गन्ने का रस: उपयोगी गुण

गन्ने के रस की भरपूर मिठास और उच्च चीनी सामग्री के बावजूद, यह पेय मधुमेह रोगियों के लिए अच्छा है। इसमें कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाली प्राकृतिक चीनी होती है, जिससे मधुमेह रोगियों में रक्त शर्करा में तेज उछाल नहीं आता है। गन्ने का रस क्षारीय और कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम, आयरन और मैंगनीज से भरपूर होता है। क्षारीय वातावरण में कैंसर जैसे रोग मौजूद नहीं हो सकते। अध्ययनों से पता चलता है कि गन्ना, विशेष रूप से प्रोस्टेट और स्तन। शरीर में प्रोटीन के स्तर को बढ़ाकर जूस स्वस्थ रखने में मदद करता है। मूत्र पथ के संक्रमण, गुर्दे की पथरी और प्रोस्टेटाइटिस के खिलाफ लड़ाई में सर्वोत्तम प्रभाव के लिए गन्ने के रस को नींबू के रस और नारियल पानी में मिलाकर पीने की सलाह दी जाती है। गन्ने के रस में एंटीऑक्सीडेंट्स बढ़ते हैं। जूस लीवर को संक्रमण से बचाता है और बिलीरुबिन के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसी वजह से डॉक्टर पीलिया के मरीजों को गन्ने के रस का सेवन करने की सलाह देते हैं, क्योंकि यह लीवर पर ज्यादा दबाव डाले बिना पच जाता है। अध्ययनों के अनुसार, गन्ने का रस और सांसों की दुर्गंध इसकी उच्च खनिज सामग्री के कारण होती है। स्वास्थ्य की दृष्टि से, गन्ने के रस में अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड मुंहासों से लड़ने, दाग-धब्बों को कम करने, उम्र बढ़ने को रोकने और त्वचा को हाइड्रेट रखने में मदद करता है। इसकी तैयारी के बाद 15 मिनट के बाद रस का सेवन करने की सिफारिश की जाती है, क्योंकि यह ऑक्सीकरण करता है।

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