सौम्य प्रोस्टेटिक हाइपरप्लासिया के लक्षण
- अधिक से अधिक बार पेशाब करने का आग्रह (पहले रात में, फिर दिन के दौरान);
- कमजोर मूत्र धारा;
- पहला मूत्र जेट शुरू करने का प्रयास;
- जेट की आंतरायिकता (spurts में);
- "विलंबित बूँदें";
- मूत्राशय को पूरी तरह से खाली नहीं करने की भावना;
- मूत्र त्याग करने में दर्द;
- मूत्र में रक्त की उपस्थिति;
- कभी-कभी स्खलन पर ताकत में कमी।