प्रीक्लेम्पसिया के जोखिम वाले लक्षण और लोग
रोग के लक्षण
प्रीक्लेम्पसिया के लक्षण धीरे-धीरे विकसित हो सकते हैं, लेकिन अक्सर गर्भावस्था के 20 सप्ताह के बाद अचानक शुरू हो जाते हैं। प्रीक्लेम्पसिया के कमोबेश गंभीर रूप हैं। मुख्य संकेत हैं:
- अतिरक्तदाब
- मूत्र में प्रोटीन (प्रोटीनुरिया)
- अक्सर गंभीर सिरदर्द
- दृश्य गड़बड़ी (धुंधली दृष्टि, दृष्टि की अस्थायी हानि, प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता, आदि)
- पेट दर्द (एपिगैस्ट्रिक बार कहा जाता है)
- मतली उल्टी
- पेशाब की मात्रा में कमी (ऑलिगुरिया)
- अचानक वजन बढ़ना (प्रति सप्ताह 1 किलो से अधिक)
- चेहरे और हाथों की सूजन (एडिमा) (इन संकेतों से सावधान रहें, सामान्य गर्भावस्था के साथ भी हो सकते हैं)
- टिनिटस
- भ्रम
खतरे में लोग
जिन लोगों के परिवार में प्रीक्लेम्पसिया के मामले हैं, उनमें इस बीमारी के विकसित होने का खतरा अधिक होता है। यदि किसी व्यक्ति को पहले भी यह बीमारी हो चुकी है, तो उन्हें अपनी अगली गर्भावस्था में फिर से प्रीक्लेम्पसिया होने का खतरा अधिक होता है।