रूबेला (लैक्टेरियस सबडुलिस)

सिस्टेमैटिक्स:
  • डिवीजन: बेसिडिओमाइकोटा (बेसिडिओमाइसीट्स)
  • उपखंड: एगारिकोमाइकोटिना (एगारिकोमाइसेट्स)
  • वर्ग: एगारिकोमाइसीट्स (एगारिकोमाइसेट्स)
  • उपवर्ग: अनिश्चित स्थिति का
  • आदेश: रसूललेस (Rusulovye)
  • परिवार: रसूलेसी (रसुला)
  • जीनस: लैक्टैरियस (दूधिया)
  • प्रकार लैक्टैरियस सबडुलिस (रूबेला)

रूबेला (lat। Lactarius subdulcis) Russulaceae परिवार के मिल्कवीड (lat। Lactarius) जीनस में एक कवक है।

रूबेला एक बहुत ही सुंदर और रोचक मशरूम है, यह लाल-लाल, आकार में छोटा है। 8 सेंटीमीटर तक के व्यास के साथ एक टोपी है। उसके पास थोड़ा टक आउट किनार या पूरी तरह से सपाट सतह है। ये मशरूम टोपी के अंदर पर बहुत सारा दूधिया रस स्रावित करते हैं। पहले सफेद, और फिर पारभासी हो जाता है। यह काफी सक्रिय रूप से बाहर खड़ा है। रूबेला मध्यम लंबाई और मोटाई के पैर पर स्थित है। वह रंग में थोड़ी हल्की है।

यदि आप काई जमा पर ध्यान दें तो यह मशरूम विभिन्न जंगलों में आसानी से पाया जा सकता है। मध्य गर्मियों से मध्य शरद ऋतु तक उन्हें इकट्ठा करना सबसे अच्छा है।

मशरूम को खाने योग्य माना जाता है, लेकिन खाने के लिए इसे उबालकर या नमकीन बनाना चाहिए ताकि यह स्वास्थ्य को नुकसान न पहुंचाए। इसे किसी भी हालत में कच्चा नहीं खाना चाहिए।

इसी तरह की प्रजातियां

कड़वा (लैक्टेरियस रूफस)। रूबेला इससे गहरे, बरगंडी रंग और गैर-कास्टिक दूधिया रस में भिन्न होता है।

यूफोरबिया (लैक्टेरियस वोलेमस) अपने बड़े आकार, मांसल बनावट और बहुतायत से बहने वाले दूधिया रस से आसानी से पहचाना जाता है।

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