गैस्ट्र्रिटिस के विभिन्न कारण हैं: बैक्टीरिया, दीर्घकालिक दवा, पित्त भाटा, ऑटोइम्यून विकार, अनियमित आहार, तनाव, शराब का सेवन। गैस्ट्राइटिस से निपटने के लिए आपको जीवनशैली और खान-पान में बदलाव करने की जरूरत है।
दिन में तीन बार से अधिक छोटे भोजन करें।
भूख लगने पर ही खाएं।
उचित पाचन सुनिश्चित करने के लिए भोजन को अच्छी तरह चबाकर खाना चाहिए।
पाचन एंजाइमों को कमजोर होने से बचाने के लिए भोजन के साथ पानी न पिएं। जलन पैदा करने वाले खाद्य पदार्थों से बचें: प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, गहरे तले हुए खाद्य पदार्थ, कार्बोनेटेड पेय, शराब, फलियां, खट्टे फल, मसालेदार भोजन।
नाश्ते में रोजाना एक कटोरी दलिया खाएं।
अपने आहार में भरपूर मात्रा में फल और सब्जियां शामिल करें।
अदरक का रस पीने से गैस्ट्राइटिस से पीड़ित लोगों को कुछ आराम मिलता है। भोजन से कम से कम आधा घंटा पहले दिन में एक या दो गिलास पियें।
पकाने की विधि (एक सेवारत)
जूसर का उपयोग करना बेहतर है।
- 2 मध्यम गाजर
- 1 मध्यम आकार का कच्चा आलू
- 1 छोटा चम्मच अदरक की जड़ का रस
भोजन के बीच खूब पानी पिएं।