"पृथ्वी पर न कभी लापरवाह जगह थी, न है और न कभी होगी। एक निश्चिंत स्थान हृदय में तभी हो सकता है जब उसमें प्रभु का वास हो।"
ऑप्टिना के रेवरेंड निकॉन
"पृथ्वी पर न कभी लापरवाह जगह थी, न है और न कभी होगी। एक निश्चिंत स्थान हृदय में तभी हो सकता है जब उसमें प्रभु का वास हो।"
ऑप्टिना के रेवरेंड निकॉन
Privacy Policy का उपयोग कर बनाया गया है पत्रिका समाचार बाइट। द्वारा संचालित WordPress.